ये जो तंत्र है
एक महान यंत्र है
ईवीएम के प्रयोग से
लगता, सभी स्वतंत्र हैं |
नहीं कोई षण्यंत्र है
दिखता नहीं, नवीनता
आती हर पंचतंत्र है |
अपवित्रता बिल्कुल नहीं
कहाँ से हो, जो रोज गाते
ब्राह्मण असंख्य मंत्र हैं |
अशांति की कोई चिंता नहीं
पंडित मौलाना, ख़ुशी से
मिलते गले, निशस्त्र हैं |
नेतृत्व के नेता हम हीं
पूरे जगत को सीख दें
चूँकि सभी साधू-संत हैं |
कर्मण्यता का ज्ञान है
एवं धैर्य की सीमा नहीं
अतः, हर काम होता अनंत है |
चाचा सैम कुछ भी खोज करें
पर ये हमारा अभियंत्र है
यूनान को, आओ हम बताएं
यही लोकतंत्र है, यही लोकतंत्र है |
--
ps
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