Monday, August 20, 2018

थूक और मैल

उस जालिम जिला परिषद् अध्यक्ष पर काफी थूका जा चूका है | पर थूक इन लोगों के लिए साबुन का झाग होता है | मैल साफ़ हो गया होगा |

- हरिशंकर परसाई 

End of the universe


थोड़े से करोड़ों सालों में
सूरज की आग बुझेगी जब
और राख उड़ेगी सूरज से,
जब कोई चाँद न डूबेगा
और कोई जमीं न उभरेगी |

तब ठंडे बुझे एक कोयले सा
टुकड़ा ये जमीं का घूमेगा
भटका, भटका, मद्धम खाकेस्तरी रौशनी में |

मैं सोचता हूँ उस वक़्त अगर
कागज़ पर लिखी एक नज़्म कहीं उड़ते उड़ते सूरज में गिरे
और सूरज फिर से जलने लगे |

- गुलज़ार